झारखंड: नक्सली संगठनों पर नकेल कसने में आगे रही झारखंड पुलिस के सामने अब एक नयी चुनौती बनी हुई है. 2 दिसंबर से नक्सली संगठन भाकपा माओवादी एक बार फिर पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) सप्ताह मना रहे हैं. नक्सलियों के इस सप्ताह को लेकर पुलिस मुख्यालय की ओर से सभी जिलों को अलर्ट कर दिया गया है. आइजी ऑपरेशन साकेत कुमार सिंह बताते हैं कि नक्सलियों पर लगातार पुलिस की नजर बनी हुई है. पुलिस की ओर से लगातार छापेमारी की जा रही है. जहां भी पोस्टर साटे जा रहे हैं, उन्हें तुरंत जब्त कर कार्रवाई की जा रही है.
सूत्रों के अनुसार पीएलजीए सप्ताह के दौरान संदेह व्यक्त किया जा रहा है कि नक्सली किसी हिंसात्मक घटना को अंजाम दे सकते हैं. नक्सली अपने मारे गये साथियों का बदला इस सप्ताह लेने के लिए रणनीति बनाते हैं जिसे लेकर अभी से ही कई जगहों पर पोस्टरबाजी शुरू कर दी गयी है. वे अभी से ही दशहत का माहौल पैदा कर रहे हैं, साथ ही पुलिस को कड़ी चुनौती दे रहे हैं. फिलहाल पुलिस की ओर से कई तरह की कार्रवाई की जा रही है, साथ ही कई संदिग्धों को पकड़ा भी जा रहा है. मालूम हो कि दो दिसंबर 2000 में नक्सलियों की पीएलजीए की स्थापना की गयी थी.
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