जमशेदपुर: साहेब भीमराव अंबेडकर के जन्मदिवस 14 अप्रैल के दिन जुगसलाई स्थित एम.ई. स्कूल रोड के जय गोविंद जी के घर में प्रतिमा स्थापित की गई।। माल्यार्पण किया गया ।।
इस अवसर पर प्रमुख समाज सेवी चंदन जयसवाल, शिवलालराम जो स्वर्णरेखा परियोजना के प्रोजेक्ट सुपरिटेंडेंट है,साथ ही आस-पड़ोस के लोग भी उपस्थित थे जिनमें कौशल्या देवी,गणेश दास,आरसी प्रसाद, सुरेश प्रसाद, उमाशंकर,श्री राम, सुनील रविदास, ललन कुमार, आदि लोग उपस्थित थे।।
इस अवसर पर *शिवलालराम* जी ने कहा कि भारतीय संविधान के निर्माण में बाबा साहेब की कोटि कोटि और वंदनीय भूमिका रही हैं, और आज उन्हीं की देन है कि संपूर्ण भारत एकता के सूत्रधार में पिरोया हुआ है और किसी भी दृष्टि से भारतीय संविधान का कोई सानी नहीं है और ना ही कोई इसका दुरुपयोग कर सकता है।। बाबासाहेब ने सभी को एक नजरों से देखा और कहा कि भारतीय संविधान में सभी लोगों की एक समान भूमिका है सभी के अधिकारों का ध्यान रखा गया है संविधान में कोई छोटा या कोई बड़ा नहीं है सभी महत्वपूर्ण है।। *गणेश दास* ने कहा संविधान भारत की आत्मा है और आत्मा से ही शरीर प्राणरूप में चलता है। *चंदन जयसवाल* ने कहां की आज बाबासाहेब अंबेडकर के जन्मदिवस को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में भी मनाते हैं साथ ही एकता के प्रतिबिंब को भारतीय संविधान चिन्हित करता है,जहां तक बात एकरूपता की है समानता की है तो बाबासाहेब ने इसमें सभी प्रकार की मार्गदर्शन को तरजीह दी है।।
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