झारखंड: झारखंड के CM हेमंत सोरेन की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। उनके 13 साल पुराने कांड का जिन एक बार फिर बाहर निकल गया है। इस बार राष्ट्रीय महिला आयोग ने मामले का स्वतः संज्ञान लिया है। महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने महाराष्ट्र के DGP को पत्र लिख कर इस मामले का ब्योरा मांगा है। DGP को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि महाराष्ट्र पुलिस से सात साल में अब तक की गई कार्रवाई का ब्योरा मांगा है।
मीडिया में आई रिपोर्ट के आधार पर इस मामले का संज्ञान राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया है। बुधवार को दैनिक भास्कर ने भी इस संबंध में खबर प्रकाशित किया था कि सोशल मीडिया पर झारखंड के CM हेमंत सोरेन के खिलाफ मुंबई में कानूनी लड़ाई लड़ रही लड़की को सुरक्षा देने की गुहार लगा रहे हैं। सोशल माडिया पर लोग लड़की की ओर से लिखी गई एक चिट्ठी भी वायरल कर रहे हैं जिसमें लड़की ने बताया है कि न केवल उनका रेप किया गया है बल्कि उन्हें और उनके परिजनों को लगातार धमकी भी दी जा रही है।
लोग सोशल मीडिया पर चला रहे हैं अभियान
सोशल मीडिया पर लोग मुंबई पुलिस से आएशा को सुरक्षा देने की गुहार लगा रहे हैं। #justiceforayesha हैश टैग से अभियान चला रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोग लिख रहे हैं कि हेमंत सोरेन अभी एक राज्य के मुख्यमंत्री हैं। उनके पास पावर है। वे मामले को समाप्त करने के लिए कुछ भी कर सकते हैं।
निशिकांत दुबे लगाए थे आरोप
सी मुद्दे पर एक महीने पहले झारखंड में भी राजनीति खूब गरमाई थी। गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया के माध्यम से सीएम हेमंत सोरेन पर अलग-अलग आरोप लगाए थे। BJP के सांसद निशिकांत दुबे ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर आरोप लगाया था कि वे झारखंड डीजीपी एमवी राव और माफिया, गुंडों के साथ मिलकर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली लड़की की हत्या करा सकते हैं।
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